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LATEST NEWS: लैलूंगा खम्हार पाकुट जलाशय के कैनाल निर्माण में भारी भ्रष्टाचार,.. ठेकेदार ने पत्रकार को दी फोन पर धमकी..जो उखाड़ना है उखाड़ लो…पढ़िए खबर।

लैलूंगा मांड प्रवाह:लैलूंगा सिंचाई विभाग के निर्माण कार्य में हो रहा है भारी भ्रष्टाचार, रिपोर्टिंग करने गए पत्रकार को ठेकेदार मिश्रा ने फोन पर दी धमकी, और झूठ केस में आफ आई आर दर्ज करने की धमकी दी।

लैलूंगा खम्हार पाकुड़ डैम के मेन कैनाल और माइनर कैनाल में हो रहे नहर की सफाई और केनाल के पिचिंग (लाइनिंग) का कार्य किया जा रहा है। जिसमें भारी भ्रष्टाचार और लापरवाही पूर्वक कार्य किया जा रहा है।

आजकल ठेकेदार द्वारा पत्रकारों को धमकी देना और जान से मार देना जैसे आम बात हो गई है, इस पे शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ,और पत्रकार सुरक्षा कानून लाने की अति आवश्यकता है। इस तरह के घटिया निर्माण कार्य से शासन को लाखों रुपए की हानि हो रही है, और साफ सफाई के नाम पर हर साल लाखों रुपए निकाल लिए जाते है, ये सब ठेकेदार इंजीनियर और अधिकारियों के मिली भगत से होता है।

जिस जगह पर जिस सामग्री होनी चाहिए उसका उपयोग न करके एस्टीमेट के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा है ,और जो वर्कर हैं ,जो काम करने वाले हैं उन्हें कुछ आता नहीं,वहीं इंजीनियर की गैर मौजूद में कार्य किया जा रहा है। जो जल संसाधन विभाग के अधिकारी हैं वह इस काम को पूरी लापरवाही के साथ कर रहे हैं। घटिया बालू घटिया सीमेंट घटिया गिट्टी और नाले में पड़ी बालू का उपयोग किया जाता है, जिसमें अधिकतर समय मिट्टी की मौजूदगी रहती है, उसमें बालू का उपयोग किया जा रहा है,और जो वर्कर हैं,उन्हें इस चीज के बारे में कुछ जानकारी ही नहीं हैं, और उन्हीं से काम करवा दिया जा रहा है.

जल ही जीवन है, प्रकृति की सबसे अनमोल चीज जल, और इस जल की संरक्षण के लिए सरकार द्वारा या लोकतांत्रिक देश के द्वारा बहुत ही अधिक मात्रा में धान का उपयोग और विकास कार्य किया जा रहा है लेकिन कुछ ठेकेदार और कुछ सरकारी अधिकारियों के द्वारा यदि काम किया जाता है तो उसमें भारी भ्रष्टाचार किया जाता है इस प्रकार भ्रष्टाचार किया जाता है कि लोगों में आक्रोश देखने को मिलता है लैलूंगा क्षेत्र के जितने भी डैम है कूपाकानी,झरन, पीटाआमा ,जाम बाहर पाकुड़ डैम परियोजना में सब में जो भी काम होता है उनमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है इसकी देखरेख करने के लिए कोई भी सरकारी अधिकारी नहीं है है वह भी भ्रष्टाचार के मुहाने पर हैं.

जितने भी नहर हैं यदि उनको अच्छे से देखा जाए या सड़क से अंदर वाले नहर में जो पानी जाता है वह पूर्ण रूप से नहरे में नहीं जा पता जैसे झगरपुर से मोहनपुर की ओर गई एक पाकुड़ डैम से गया हुआ नहर में पानी कभी जाता ही नहीं, यदि उसी जगह जाकर हम देखें तो पूरा नहर जर्जर हो चुका है.

यदि जल संसाधन विभाग द्वारा जल में बनाया गया है तो उसका उपयोग किसने या आसपास के जो खेत वाले लोग हैं, उनको कुछ भी इसका लाभ नहीं हो रहा है, इस सब को नदी में बहा दिया जाता है इसे पूरा सिस्टम में रुकावट उत्पन्न होता है.

यदि जल संसाधन विभाग में कोई भी काम होता है सीमेंट गिट्टी का उपयोग जहां होता है वहां पर उसी जगह में उपस्थित सामान का उपयोग किया जाता है, जो अधिकतर घटिया होता है। जहां पर जिस पदार्थ का उपयोग करना है उसका उपयोग न कर कर दूसरे पदार्थ का उपयोग किया जाता है। जहां पर बजरी के उपयोग करना है वहां पर फोल्डर और जहां पर गिट्टी का उपयोग करना है वहां पर बड़े साइज वाला फोल्डर का उपयोग किया जा रहा है। ताकि खर्च कम हो सके और उसे देखने वाला कोई नहीं होता जो स्थानीय लोग रहते हैं उन्हें कुछ लेना-देना नहीं रहता। कारण है उनके पास बोलने के लिए कुछ रहता ही नहीं!
सूचना के अधिकार से सूचना मांगने पर धमकी
यदि सूचना के अधिकार से सूचना मांगा जाए तो जो ठेकेदार होते हैं वह कहते हैं कि जो करना है कर लो हमारा कुछ नहीं उखाड़ सकते,अब सूचना के अधिकार का यही मतलब रह गया कि लोग इसका उपयोग नहीं कर पाते जिस प्रकार से अधिकारियों और ठेकेदार के द्वारा जो मिली भगत होती है, उसके कारण लोग परेशान हैं और भ्रष्टाचार भारी रूप से हो रहा है यहां तक ठेकेदार पत्रकार और उनके सहयोगी को भी धमका रहे हैं जो करना है कर लो हमारा कुछ नहीं उखाड़ पाओगे।

जाम बाहर डैम का हाल
कुछ दशक पहले जामबाहर क्षेत्र का सबसे पर्यटक स्थल हुआ करता था यदि आप इस समय जाम बाहर डैम घूमने के लिए डेम और मंदिर हैं आसपास के जो सरकार के द्वारा बनाए हुए रोड हैं उन सब में जर्जर की स्थिति है
मासाबीरा डैम लैलूंगा से मात्र 60 किलोमीटर दूर उड़ीसा क्षेत्र में एक डेम है जिसमें लैलूंगा कोतबा धर्मजयगढ़ के लोग मासाबीरा डेम घूमने के लिए जाते हैं ,वहां का पर्यटन स्थल बहुत ही अच्छा है, जो कि जाम बहार डैम से छोटा है।।

Aslam Khan

मेरा नाम असलम खान है, मैं MaandPravah.com का संपादक हूँ। इस पोर्टल पर आप छत्तीसगढ़ सहित देश विदेश की ख़बरों को पढ़ सकते हैं।

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