LATEST NEWS: जंगल में पुटू उठाने गए वृद्ध ग्रामीण पर गजराज ने किया हमला…बाल बाल बची जान…छाल वन परिक्षेत्र की घटना।थोड़े से पुटू खूंखड़ी के लिए जान जोखिम में हरगिज न डालें ग्रामीण:चंद्रविजय सिंह सिदार रेंज अफसर छाल।


धरमजयगढ़ न्यूज: धरमजयगढ़ वन मंडल अंतर्गत छाल रेंज के कुड़ेकेला 535 R F जंगल में आज अहले सुबह 6- 7 बजे के बीच पुटू उठाने के दौरान एक 64 वर्षीय बुजुर्ग ग्रामीण हाथी के जद में आ गया.इस घटना में घायल वृद्ध की बाल बाल बची जान.

सूचना पर रेंज अफसर चंद्रविजय सिंह सिदार के निर्देशन में तत्काल घायल चमार सिंह राठिया को फॉरेस्ट कर्मियों ने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया…जहां घायल बुजुर्ग का प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे खरसिया के पदमावती अस्पताल रेफर किया गया है ।…वहीं फॉरेस्ट विभाग की ओर से घायल को तात्कालिक सहायता उपचार हेतु 2000/- रुपए.. नगद दिया गया है,सा।

रेंज अफसर छाल ने घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह तकरीबन छः सात बजे के बीच यह हादसा हुआ ,जिसमें बुजुर्ग चमार सिंह अपने पुत्र के साथ पुटू खूंखड़ी उठाने जंगल के अंदर गया था,जहां एक सिंगल हाथी से उनका आमना सामना हो गया,जहां घायल के कथन अनुसार उसका पुत्र वहां से भाग निकला,जबकि बुजुर्ग और कमजोर होने के कारण वहां से नहीं भाग पाया , जिसके बाद हाथी ने सूंड से उसे धक्का दिया जिससे बुजुर्ग दूर जमीन पर जा गिरा जिसमें वह जख्मी हो गया,यहां राहत की बात रही की हाथी ने कोई जानलेवा हमला नहीं किया ,ग्रामीण की जान बच गई।वहीं शोर करने पर हाथी वहां से दूर चल दिया।।
हाथियों से बचाव के लिए लगातार कर रहे प्रयास…. छाल रेंज में हाथियों से बचाव के लिए लगातार ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है,वन विभाग द्वारा ट्रेकर के माध्यम से हाथियों के लोकेशन को लेकर रोजाना मुनादी कराई जा रही है।कंटिन्यू संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हांकित कर डिप्टी रेंजर के साथ दो फॉरेस्ट गार्ड की ड्यूटी लगाई जा रही है।
बता दें इस समय प्राप्त डेटा के मुताबिक
छाल रेंज में 63हाथियों का दल विचरण कर रहा है,वहीं 549 कंपार्टमेंट में 23 हाथी विचरण कर रहे हैं,512 आर एफ में 09 का दल घूम रहा है, सिंघी झाप में 06 की संख्या में तथा बेहरामार 548,549 कक्ष में 06 की तादाद में हाथी की मौजूदगी है। रेंज अफसर ने ग्रामीणों से की अपील… छाल रेंज अफसर चंद्रविजय सिंह सिदार ने क्षेत्र के सभी रहवासी ग्रामीणों से अपील की है,के जंगल सावधानी पूर्वक आएं जाएं,अकेले जंगल की ओर न जाएं,हमेशा समूह में आना जाना करें,थोड़े से पुटू खूंखड़ी के लालच में अपनी जान जोखिम में न डालें।अपनी और अपने घर परिवार की सुरक्षा के प्रति ध्यान देवें,अभी बरसात का सीजन चल रहा है, पूरा जंगल हरा भरा घनघोर हो गया है,ऐसे में कई बार हाथी की मौजूदगी का पता नहीं चल पाता है,इसलिए जब भी जंगल जाते हैं तो सतर्क और सावधान रहें।जंगल में हाथी कहीं भी निकल सकता है।।

