LATEST NEWS: अवैध शिकार पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत वनविभाग की बड़ी कार्यवाही… वन्य प्राणी के शिकार हेतु अवैध फंदा तार लगाने वाले आरोपी को किया गया जेल दाखिल…इस कार्यवाही के बाद अवैध शिकारियों के बीच दहशत का माहौल …पढ़िए खबर।

Dharamjaigarh NEWS :दिनांक 22.03.2025 को धरमजयगढ़ वनमंडल अंतर्गत धरमजयगढ़ परिक्षेत्र के पोटिया परिसर में वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, 9,39,51, 52 के तहत की गई कार्यवाही का संक्षिप्त विवरणः-
वन परिक्षेत्र धरमजयगढ़ में वन्यप्राणी का विचरण अधिकांश वन क्षेत्रों में है, जिनके सुरक्षा हेतु वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ एवं उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ के निर्देशानुसार संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर अपराध पर अंकुश लगाने हेतु गश्त किया जा रहा है।

दिनांक 20.03.2025 को पोटिया परिसर के संवदेशील क्षेत्रों में गश्त के दौरान वन्यप्राणी के शिकार हेतु अवैध फंदा तार लगाने के साक्ष्य मिले, जिसके आधार पर अपराधियों की खोजबीन जारी रही। इसी तारतम्य में सूचना के आधार पर संदेही व्यक्ति सोनाराम व. अन सिंह राठिया, साकिन बागडाही के मकान बाड़ी की सर्च वारंट के द्वारा दिनांक 22.03.2025 को तलाशी ली गई। जिसमें घर से तार फंदा, तीर धनुष एवं अन्य सामाग्री जो वन्यप्राणियों के शिकार में उपयोग की जाती है, प्राप्त हुई।

जिसे नियमानुसार जप्त किया जाकर वन अपराध प्रकरण कमांक 19979/11 दिनांक 22.03.2025 जारी कर विवेचना में लिया गया। सोनाराम व. अन सिंह राठिया साकिन बागडाही को मुख्य आरोपी होने के कारण गिरफ्तार कर माननीय न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी धरमजयगढ, जिला रायगढ़ के समक्ष रिमांड हेतु प्रस्तुत किया गया, जिसमें माननीया न्यायाधीश महोदया द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये आरोपी को जमानत न देकर दिनांक 04.04.2025 तक रिमांड में जिला जेल रायगढ़ भेजा गया। इस कार्यावाही से शिकारियों में दहशत का महौल व्याप्त है।!

बहरहाल धर्मजयगढ़ वन विभाग वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर काफी मुस्तैद नजर आ रहा है।विभाग के आला अधिकारियों के निर्देश पर वन अमला लगातार जंगलों में गश्त कर रहे हैं,और जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए फंदों तारों को जप्ती बनाकर अवैधानिक शिकार करने वालों पर वैधानिक कार्रवाई लगातार कर रहे हैं,जो कि वन्य प्राणी की अवैध शिकार को रोकने की दिशा में एक अनुकरणीय पहल है।

बता दें एसडीओ बालगोविंद साहू वन्य प्राणियों की सुरक्षा,और जंगल को नष्ट होने से बचाने के लिए बेहद संवेदनशील और कटिबद्ध हैं,इन दिनों वे स्वयं स्टाफ के साथ जंगलों में भ्रमण कर रहे हैं ,और जंगल में हर प्रकार की अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं,उनकी अपने कार्य की मुस्तैदी और जंगल के प्रति अगाध प्रेम उनकी कार्यशैली में साफ झलकता है,उनका कहना है कि दर हकीकत जंगल ही जीवन है,ये बारिश ,ये साफ हवा,प्राण वायु,ये मौसम,फल फूल, कंद मूल,ये सब जंगलों का ही देन है।इंसान भीषण गर्मी में जिस दरख़्त की छांव में आराम पाता है,उसी पेड़ को काटने वाला ज़ालिम कैसे बन जाता है!जंगलों में पाए जाने वाले छोटे बड़े जीव जंतु सभी एक खास मुकाम रखते हैं,प्रकृति के बैलेंस को बनाए रखने में सभी जंगली जानवरों की अहम भूमिका है।

आज यदि वनों की हिफाजत हम नहीं करते हैं,तो कल के दिन हमारा और हमारी आने वाली नस्लों का भविष्य काफी भयावह हो सकता है,हमें बेहतर कल के लिए पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति आज से ही गंभीर होना पड़ेगा,संवेदनशील अधिकारी एसडीओ श्री साहू ने समाज के सभी जिम्मेदार नागरिकों समाजसेवी, जनप्रतिनिधियों से खास अपील की है,की जंगल और वन्यप्राणियों की सुरक्षा के प्रति स्वयं जागरूक बने और सभी जनता को जागरूक बनाने की दिशा में एक लक्ष्य बनकर प्रयास करें,तभी जंगल को बचा पाएंगे,और हमारा पर्यावरण बचेगा तभी हम सब बचेंगे।।