धरमजयगढ़ वनमण्डल के जंगल में करेंट की जद में आने से नर हाथी की हुई मौत…वन अमला मौके पर मौजूद.डीएफओ अभिषेक जोगावत, जायजा लेने पहुंचे घटना स्थल.==देखिए वीडियो।


धरमजयगढ़ ब्रेकिंग न्यूज़:- धरमजयगढ़ वन मंडल के धर्मजयगढ़ रेंज अंतर्गत सर्किल बरतापाली के क्रौंधा बिट जंगल समीप एक किसान के खेत में करेंट की जद में आने से हाथी की मौत होने की घटना प्रकाश में आई है,बताया जा रहा है कि किसान द्वारा खेत में लगे फसल की रखवाली के लिए करेंट प्रवाहित झटका तार लगाया गया था ,

जिसकी चपेट में आने से हाथी की दर्दनाक मौत हो गई।मिली जानकारी मुताबिक यह घटना बीती रात्रि की बताई जा रही है।बहरहाल वन अमला मौके पर पहुंच अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है ,धरमजयगढ़ डीएफओ अभिषेक जोगावत भी घटना स्थल का जायजा लेने मौके पर मौजूद नजर आए।

एसडीओ बालगोविंद साहू ,रेंजर डीपी सोनी,डिप्टी रेंजर धरणीधर सिदार ,छाल प्रभारी रेंजर चंद्र विजय सिदार,डिप्टी रेंजर एस पी राठिया सहित बिट गार्ड पूरा वन अमला,और विद्युत विभाग के अधिकारी ,कर्मचारी मौके पर मौजूद दिखे। यहां देखें वीडियो 👇👇
झटका तार से घेरा लगाने वाले जमीन मालिक आनंद राम राठिया किसान से पूछताछ की जा रही है।वहीं करेंट प्रवाहित झटका मशीन तार खेतों की रखवाली के लिए लगाने का कारण पूछने पर उन्होंने बताया, कि हाथी हमारे खेतों में लगे फसल खा जाता है ,और वन विभाग से मिलने वाला मुआवजा राशि बहुत कम होता है।
इसलिए मजबूरन हम झटका तार लगाकर अपने फसल का बचाव करते हैं।यह जानते हुए कि ऐसा करना वन्य प्राणियों के लिए जान का खतरा है,और वन्य जीव की हानि होने पर काफी गंभीर अपराध दर्ज होता है,फॉरेस्ट लॉ के मुताबिक इसमें सजा का भी प्रावधान है।आखिर इसे जागरूकता की कमी कहें।

या जनप्रतिनिधियों की कमजोरी कहें जो कि शासन तक किसानों के मुआवजा बढ़ाने की बात को नहीं पहुंचाना चाहते,इस दिशा में जिम्मेदार सांसद ,विधायक शासन प्रशासन को सकारात्मक कदम उठाए जाने की नितांत आवश्यकता है,तभी हाथी मानव द्वंद्व को कम किया जा सकता है,सिर्फ वन विभाग के भरोसे बैठे रहने से कम नहीं चलेगा,वरना इस तरह की घटनाएं लगातार देखने को मिलती रहेंगी।।