बड़ी खबर:खतरनाक गेम पबजी ने फिर ले ली एक छात्र की जान…चुनौती बनती जा रही डिजिटल गेमिंग की लत….पढ़िए खबर।
10 वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने जहर का सेवन कर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि छात्र दुगली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गुहान नाला का रहने वाला था। परिजनों के मुताबिक छात्र आए दिन अपने मोबाइल में पबजी नामक गेम खेला करता था। पिता ने गेम खेलने से मना किया तो घर में रखे कीटनाशक को खेत में जाकर पी गया।
छात्र को बेहोशी की हालत में घर वालों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। छात्र ने इलाज के दरमियान दम तोड़ दिया। बहरहाल जिला अस्पताल छात्र के शव को पोस्टमार्डम के बाद परिजन को सौंपने की तैयारी में है। वहीं एक बार फिर पब्जी गेम की वजह से एक घर का चिराग बुझ गया है। इस गेम ने अपने जद में युवा पीढ़ी को जकड़ कर रखा है। जिससे युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकार में दिखाई पड़ रहा है।
[पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं….
इसके पहले मई में भी जगदलपुर में नाबालिक लड़के के ऊपर ऑनलाइन पबजी गेम का ऐसा नशा चढ़ गया था कि उसने अपने माता-पिता के मना करने पर आत्महत्या कर ली। नाबालिग ने पहले एक सुसाइड नोट लिखा, फिर नदी से बच्चे की लाश मिली।
दरअसल, ये पूरा मामला जगदलपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र का था। यहां एक नाबालिग लड़के के गुम होने की शिकायत उसके परिजनों ने थाने में दी थी। शिकायत के अनुसार नाबालिग सुसाइड नोट लिखकर गुम हो गया था। इसके बाद कोतवाली थाने की टीम ने 2 विशेष टीम का गठन किया। एक टीम CCTV कैमरा के जरिए नजर बनाए हुए थी। दूसरी टीम सुसाइड नोट को ध्यान में रखते हुए नदी-नालों पर नजर बनाए हुए थी। इस बीच शनिवार सुबह पता चला कि आमागुड़ा के नजदीक इंद्रावती नदी पर बने बड़े पुल के नीचे एक बच्चे का शव मिला है। पुलिस गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंची और शव को नदी के बाहर निकाला गया। इसके बाद परिजनों से शव की पहचान कराई गई।
[ चुनौती बन रही डिजिटल गेमिंग की लत….
डिजिटल गेमिंग की लत लगातार एक चुनौती बनती जा रही है। इससे बचने के लिए माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें गेमिंग की लत से बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए। गेम के चलते लगातार सामने आ रहे मौत के मामलों को रोकने के लिए डिजिटल गेमिंग की लत के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।।