BIG… BREAKING….खबर अपडेट -👉 अनाथालय कैंपस मामले में FIR दर्ज…., खुद को रिपोर्टर बताकर किया महिला गार्ड से बदसलूकी, पढ़िए पूरी खबर…!


जैसा कि मुनादी समेत मांड प्रवाह ने कल एक खबर प्रकाशित की थी कि अनाथालय कैंपस में रहने वाली एक महिला के साथ 27- 28 की दरमायनी रात नशे में धुत्त एक युवक द्वारा बदसलूकी की खबर सामने आई है। खबर को मुनादी के अलावा मांड प्रवाह वेब मीडिया ने चलाया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया और शनिवार को अंततः FIR दर्ज कर लिया है।

पुलिस के अनुसार पीड़िता ने अपने बयान में बताया है कि वह सखी निवास रायगढ में गार्ड के पद पर कार्यरत् है। 28 अगस्त को रात्रि 12/40 बजे आरोपी युवक अनुज मिश्रा के द्वारा मेरा रास्ता रोककर अभ्रद व्यवहार किया गया है। उसने आगे बताया कि 27 अगस्त की सुबह 08-02 PM डयूटी के पश्चात मैं अपने परिवार में मेरी दीदी व बहन व पडोस के बड़े भाई व भाईया के साथ 09/00 बजे जन्माष्टमी मेला ( मीना बाजार) घुमने गई थी। दीदी व बहन को मेला घुमाकर वापसी में बहनों को घर छोड़ने के बाद भाई लोगों के साथ बाल सदन के पास छोड़ने के बाद सखी निवास जा रही थी। लगभग 12/40 AM को परिसर के अंदर सखी निवास जाने के रास्ते में अपने आप को न्यूज रिपोर्टर बताते हुये अनुज मिश्रा मेरे को सखी निवास जाने से रोक रहा था। मेरे साथ उसके साथ बहस बहुत हुआ वह नशे की हालात में था मेरे द्वारा उक्त अंजान व्यक्ति से झगड़े के दौरान कुत्ते भौंकने लगे इस दौरान शोर गुल ज्यादा होने से मेरे साथ रहने वाले सभी साथी बाहर निकले और मैडम को फोन करके बुलाये। मैडम के आने के बाद मैडम उसको बहुत चिल्लाकर भगाई और हम लोग सभी सखी निवास वापस चले गये।

कोतवाली पुलिस द्वारा प्रथम द्ष्टया अपराध पाए जाने पर पुलिस ने धारा 127(1), 296 बी.एन.एस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इस संबंध में पुलिस ने बताया है कि मामले में अभी FIR दर्ज कर लिया गया है आगे विवेचना में और कुछ आने पर कार्रवाई उसी अनुसार की जायेगी।
महिला के साथी को अलग बिठाकर लिया बयान
30 अगस्त के रात को जब पीड़िता का बयान लेने और FIR दर्ज करने केलिए कोतवाली बुलाया गया तो पीड़िता के साथ एक उसकी साथी महिला भी मौजूद थी लेकिन पुलिस ने उस महिला को उससे अलग बिठा दिया। पुलिस किसी पुरुष साथी को अलग बैठा सकती थी लेकिन महिला साथी को अलग क्यों बैठाई समझ से परे है। इसके बाद शुरू से ही डरी सहमी प्रार्थिया ठीक से आवेदन तक नहीं लिख पा रही थी। जिस महिला को संबल बढ़ाने अपने साथ पीड़िता ले गई उसी को अलग रखने से उसका साहस डगमगाया।!