Latest News

बड़ी खबर: हे सरकार लड़कियां कहां सुरक्षित ? जिले के कन्या आश्रम और अनाथालय में छेड़छाड़ की खबर…, कन्याश्रम की पीड़िता लापता, अभी तक ………. पढ़िए पूरी खबर

:रायगढ़ न्यूज… बंगाल में एक महिला डॉक्टर की रेप और हत्या की बात छोड़िए जिले के ही पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप के घटना से जिले में महिला सुरक्षा को लेकर आशंका व्यक्त की जा रही है तब शहर के बीचों बीच बसे अनाथालय और खरसिया विकासखंड के एक कन्या आश्रम में छेड़छाड़ की शिकायत की खबर सामने आ रही है और कहा जा रहा है कि इन मामलों में लीपापोती की कोशिश शुरू हो गई है जबकि ये मामले कई दिन पुराने हैं। कन्या आश्रम की पीड़िता भी लापता बताई जा रही है।

पहला मामला रायगढ़ के एक अनाथ आश्रम का है जहां 27 अगस्त की रात एक युवती जो अनाथाश्रम में ही रहती है उसके साथ छेड़छाड़ की घटना होती है जब युवती शोर करती है तो अनाथाश्रम की लड़कियां बाहर निकलती हैं इससे डरकर आरोपी युवक भाग जाता है लेकिन मामला दो दिन तक दबा रहता है जब मीडिया में मामला आता है, तब पुलिस वहां पहुंचकर जांच करने जाति है। इस संबंध में मुनादी को कोतवाली टिआई सुखनंदन पटेल ने बताया की मैं खुद वहां गया था, पीड़िता के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट बता पाऊंगा।

इसी तरह दूसरी खबर खरसिया विकासखंड क्षेत्र के एक कन्या आश्रम में शोहदे दोपहर में हुल्लड़ बाजी करते हैं। फब्तियां कसते हैं, ऐसा तीन दिन किया जाता है। इसके बाद जब मामला ग्रामीणों के बीच कानाफूसी से मीडिया तक पहुंचता है तो शाला प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई जाती है और आरोपी शोहदों को फटकार लगाकर छोड़ दिया। हालांकि पूरे गांव में मुनादी भी करवाई गई है कि कन्याश्रम की तरफ जो जायेगा उसपर कार्रवाई की जाएगी लेकिन जो लड़की पीड़िता है वह गायब बताई जा रही है। उसकी मां और वो लड़की के बारे में ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग गायब हैं न तो वे अपने गांव में हैं न ही कहीं और । हालांकि उनसे संपर्क करनी कोशिश की गई,लेकिन पीड़िता के परिवार से बात नहीं जो पाई।

इस संबंध में कन्याश्रम के अधीक्षिका ने मुनादी की बताया कि आज शाला प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई गई थी, आरोपी लड़कों को चेतावनी दी गई और हमें मुनादी भी करवाई गई है। लेकिन पीड़िता के गायब संबंधी सवाल पूछे जाने से पहले ही फोन काट दिया गया और दुबारा फोन रिसीव नहीं किया गया। बहरहाल वहां के बारे में ग्रामीण और कई तरह की बाते भी बना रहे हैं।

इन मामलों में कन्या आश्रम और अनाथालय द्वारा मामले में संज्ञान न लेने की जो बात सामने आई है वह बहुत ही भयावह है। जिनके भरोसे बच्चियां कन्याश्राम और अनाथालय में हैं यदि वे ही मामले में आगे आने से बच रहे हैं तो उनकी सुरक्षा का क्या होगा। दोनों मामले में आगे की कार्रवाई पर नजर है जैसे ही अपडेट जानकारी आती है आप सभी को आगे की जानकारी दी जाएगी।

Aslam Khan

मेरा नाम असलम खान है, मैं MaandPravah.com का संपादक हूँ। इस पोर्टल पर आप छत्तीसगढ़ सहित देश विदेश की ख़बरों को पढ़ सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button