धरमजयगढ़। चैत्र कृष्ण पक्ष एकादशी जिसे पापमोचनी एकादशी कहते हैं। इस दिन साहू समाज की आराध्य देवी भक्त माता कर्मा की जयंती मनाई जाती है। छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ ने कर्मा जयंती मनाने के लिए दिशा निर्देश जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि सुबह 11 बजे अपने अपने गांवों में सामूहिक पूजा अर्चना एवं आरती पश्चात खिचड़ी प्रसाद वितरण करना एवं संध्या अपने घरों के सामने रंगोली बनाकर एवं दीपक जलाएं। रायगढ़ जिले अंतर्गत धरमजयगढ़ तहसील के अनेक गांवों में माता कर्मा की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। ग्राम तराईमार में प्रातः से ही घरों के सामने रंगोली बनाया गया था। जिसके बाद 10 बजे भगवान जगन्नाथ मंदिर प्रांगण में स्वजातीय बंधु माता कर्मा की होकर पूजा अर्चना कर आरती किए। वहीं खिचड़ी का भोग लगाया गया। जिसके सभी स्वजातीय बंधु एक साथ बैठकर खिचड़ी प्रसाद ग्रहण किए। ग्राम खर्रा में रात्रि माता कर्मा की पूजा अर्चना कर खिचड़ी प्रसाद वितरण किया गया। ग्राम चरखापारा में स्थित माता कर्मा मंदिर में भी सामूहिक रूप से पूजा अर्चना कर प्रसाद का वितरण किया गया। छाल परिक्षेत्र साहू समाज के लोगों द्वारा ग्राम एडू में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सामुदायिक भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में सर्व प्रथम भक्त माता कर्मा की पूजा अर्चना कर आरती की गई। जिसके बाद अतिथियों एवं समाज के वरिष्ठजनों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला महामंत्री साहू संघ रायगढ़ रमेश साहू ने माता कर्मा की जीवनी के बारे में बताते हुए कहा कि समाज के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। साहू ने माता कर्मा की जीवनी पर बनी फिल्म मेरी मां कर्मा को भी देखने के स्वजातीय बंधुओ से आग्रह किया। कार्यक्रम को अध्यक्ष साहू संघ धरमजयगढ़ भरतलाल साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज में भक्त माता कर्मा, राजिम माता, दानवीर भामाशाह, महान तपस्वी बाबा सत्यनारायण जैसे कई महान विभूतियों ने जन्म लिया। जिनके त्याग, तपस्या, बलिदान से समाज को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। अपनी आने वाली पीढ़ी को भी अपने समाज के इन महान विभूतियों के बारे में जानकारी देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को त्रिवेणी साहू, बालमुकुंद साहू, विजेंद्र साहू ने संबोधित किया। इस अवसर पर परिक्षेत्र अध्यक्ष दल्लीराम साहू, घसिया राम साहू, गीताराम साहू, रामनाथ साहू, चैतुराम , रामनाथ शाह, निर्मल, नानकीराम साहू, सीमा साहू सहित सैकड़ों स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे।