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एक महीने में उठाना है पूरा धान, हाईकोर्ट का आदेश

समिति प्रबंधकों ने लगाई थी याचिका, 28 फरवरी तक होना था पूरा उठाव

रायगढ़, 24 मार्च। धान खरीदी के बाद उठाव नहीं होने से समिति प्रबंधक फंस गए हैं। एक ओर बारिश ने धान खराब कर दिया और अब तेज धूप के कारण सूखत का खतरा है। ऐसे में अलग-अलग जिलों के समिति प्रबंधकों ने धान का जल्द उठाव कराने के लिए याचिका लगाई थी। कोर्ट ने मार्कफेड को 30 दिन के अंदर धान का उठाव करने का आदेश दिया है। समिति प्रबंधकों ने याचिका में कहा था कि धान खरीदी के पूर्व मार्कफेड, अपेक्स बैंक और समिति के बीच एग्रीमेंट होता है। इसमें धान का उठाव खरीदी के 72 घंटे के अंदर करने का प्रावधान होता है। केंद्रों में संपूर्ण धान का उठाव 28 फरवरी 2024 तक किया जाना थालेकिन अब भी केंद्रों में धान का उठाव नहीं हो सका है। इस वजह से अब सूखत बढ़ रहा है। प्रबंधकों की ओर से कहा गया कि सरकार एक प्रश तक सूखत को स्वीकार करती है लेकिन इस बार कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है। धान के वजन में जो भी कमी आएगी, उसकी भरपाई समिति को करनी पड़ेगी। जबकि धान उठाव का जिम्मा मार्कफेड का है। इस पर अदालत ने कहा कि आदेश के 30 दिनों के अंदर धान का उठाव करना सुनिश्चित किया जाए। प्रबंधकों द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं पर भी निराकरण करने का आदेश दिया गया है।

सवा दो लाख क्विंटल शेष

रायगढ़ जिले में 53,91,451 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी जिसमें से 51,73,713 क्विंटल मिलरों को जारी कर दिया गया है। उपार्जन केंद्रों में अब भी 2,17,738 क्विंटल धान शेष है। दरअसल नागरिक आपूर्ति निगम का कोटा पूरा हो चुका है। अतिरिक्त आवंटन मिलने पर ही डीओ जारी होगा। इधर चावल जमा होने में देरी के कारण राइस मिलर परेशान हैं।

Aslam Khan

मेरा नाम असलम खान है, मैं MaandPravah.com का संपादक हूँ। इस पोर्टल पर आप छत्तीसगढ़ सहित देश विदेश की ख़बरों को पढ़ सकते हैं।

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