LATEST NEWS: फिर खाकी में लगी दाग: केस दर्ज करने का भय दिखाकर पैसे लेने का आरोप, एसपी से की गई शिकायत…आदिवासी सीएम के राज में आदिवासियों पर हो रहा अत्याचार…एक ओर पुलिस पढ़ा रही देश भक्ति जन सेवा की पाठ,, और दूसरी ओर घूसखोरी… छाल थाने का मामला,, पढ़िए खबर,,पीड़ित पक्ष ने क्या कहा देखिए वीडियो…।

छाल न्यूज :-परित्रणाय साधूनाम को आत्मसात कर अपनी ड्यूटी निभाने वाली पुलिस पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यदाकदा ही सही लेकिन ऐसे मामलों के सामने आने पर पुलिस की छवि धूमिल होती है। ऐसा ही एक मामला छाल पुलिस थाना क्षेत्र में सामने आया है। जहाँ एक महिला ने छाल पुलिस थाना प्रभारी व स्टाफ पर कथित झूठा केस दर्ज करने का गंभीर आरोप लगाया है।

महिला ने इस बात की शिकायत मंत्रालय समेत विधायक एवं पुलिस अधीक्षक से की है। शिकायत में पुलिस द्वारा केस न बनाने के नाम पर बीस हजार रुपए लेने की बात कही गई है। बताए अनुसार गांव में पुलिस की टीम भोर में उनके घर पहुँची। जहाँ घर में उनके भतीजे को खाट से उठा कर शराब बनाने के आरोप में थाना लाया गया। इस मामले में बताया गया है कि युवक बी काम सेकेंड ईयर की पढ़ाई करता है ,और आदिवासी परिवार से है। पीड़ित ने बताया कि पुलिस की दबिश के समय वह सुबह सो कर भी नही उठा था, और पुलिस वाले उसे जबरन गाड़ी में बिठा कर थाना ले गए। यहां देखें वीडियो… 👇👇
उक्त मामले को लेकर पीड़ित के परिजनों का आरोप है, कि घर पर शराब नही मिला तो खाली डिब्बा के साथ सोते हुए को उठा कर ले गए। जिसके बाद हम लोग तुरन्त थाना पहुचे जहाँ थाना प्रभारी के थाना नही पहुचने से उनके पहुचने का इंतजार करते रहे। तब जाकर दस बजे पुलिस स्टॉफ द्वारा कहा गया, कि साहब तीस हजार रुपये के लिए बोल रहे हैं, रूपये देने पर युवक को छोड़ देंगे। किन्तु इतनी राशि नही होने की बात कह कर पांच हजार होना बताये जाने पर पन्द्रह हजार और व्यवस्था करो नही तो केस दर्ज करने की बात कही गई, जिस पर कथित तौर पर बीस हजार रुपये थाना में दिया गया। यहां देखें वीडियो….. 👇👇
पीड़ित का कहना है कि पुलिस ने बीस हजार रुपये भी ले लिया और मेरे भतीजे के ऊपर केस भी बना दिया। इस मामले की जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक व वर्तमान सरकार के मंत्री और क्षेत्रीय विधायक को लिखित में दी गई है। शिकायत में कहा गया है कि युवक पर पुलिस द्वारा झूठा अपराध दर्ज किए जाने पर निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर उचित कार्यवाही हो।

शिकायतकर्ता ने बताया है कि एक माह बीत जाने के बाद भी इस मामले पर कोई कार्यवाही नही हो रही है, इससे अंदाजा लगता है कि छाल थाना प्रभारी को आखिर किसका संरक्षण प्राप्त है?जबकि इनके कार्यकाल में इनके रहते क्षेत्र में कई चोरियां हो चुकी हैं। ,किन्तु कारवाही के नाम पर परिणाम शून्य है, यहां तो छाल थाने का यह हाल हो गया है, कि पीड़ित की रिपोर्ट लिखने में भी आना कानी की जाती हैं, इनका कहना है पहले चोर को खोज के लाओ उसके बाद कारवाही करेंगे , पुलिस की इस कार्य शैली से थाना क्षेत्र की सभी जनता त्रस्त हैं।





