
धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ प्रदेश के चालू विधानसभा सत्र में रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत अति विषेश पिछड़ी जनजाति की संख्या व उनके उत्थान को लेकर सवाल उठाए गए हैं। धरमजयगढ़ क्षेत्र के विधायक लालजीत राठिया ने विधानसभा क्षेत्र के विषेश पिछड़ी जनजाति समुदाय की संख्या, पिछले बार हुई उनकी जनगणना और बीते 2 साल में उनके विकास हेतु खर्च राशि, कराए गए कार्यों और उनके रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर सवाल पूछे हैं।
आदिमजाति विकास मंत्री राम विचार नेताम द्वारा विधायक के सवाल का जवाब देते हुए बताया है कि धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विषेश रुप से कमजोर जनजाति बिरहोर निवासरत हैं। मंत्री ने बताया कि भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 2015 – 16 में आदिम जाति अनुसंधान और एवं प्रशिक्षण संस्थान रायपुर के माध्यम से आधारभूत सर्वेक्षण कराया गया था। उन्होंने बताया कि बिरहोर जनजाति के कल्याण हेतु पिछले 2 वर्षों में कुल राशि रुपए 376.90 लाख स्वीकृत की गई है। वहीं, रोजगार के संबंध में मंत्री ने बताया कि बिरहोर जनजाति के कुल 52 व्यक्तियों को सरकारी सेवा अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
इन गावों में निवासरत हैं बिरहोर जनजाति समुदाय
विषेश रुप से कमजोर समुदाय बिरहोर जनजाति धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खलबोरा, रूंवाफूल, बलपेदा, जमरगीडीह, नकना, खम्हार, जमरगा, रायमेर, सकरलिया, तेजपुर, ओंगना, ढोढ़ागांव, बरतापाली, कीदा, खर्रा, बिछीनारा, कोटरीमाल और रायकेरा में निवासरत हैं।