बरमकेला मांड प्रवाह/ राज्य सरकार महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर संभव कदम उठा रही है और इसी दिशा में स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर मे शौचालय का निर्माण करा रही है। लेकिन दूसरी तरफ विडंबना यह है कि सरकारी संस्थानों जनपद पंचायत बरमकेला के कार्यालय में महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं हैं। परिणाम स्वरूप जनपद कार्यालय में काम करने वाली महिलाओं को भारी परेशानी हो रही है।
बहरहाल देश में महिलाओं की गरिमा, सम्मान, सुरक्षा, सशक्तीकरण और अधिकारों के मुद्दे पर केन्द्र से लेकर राज्यों की सरकारें तक बड़ी-बड़ी बातें और नारे तो खूब देती हैं, लेकिन यह वास्तव में महिलाओ कि बुनियादी जरूरतों को लेकर कितनी संजीदा हैं, इसकी हकीकत आप जनपद पंचायत बरमकेला मे देख सकते हैं,जनपद कार्यालय मे महिला कर्मचारियों को दिक्कत तो होता ही है परन्तु ग्रामीण अंचलो से आए महिलाए काफ़ी परेशान रहते हैं आखिर इस कार्यालय मे महिलाओ के लिए शौचालय कि उत्तम व्यवस्था क्यों नहीं किया जा रहा है, इस तरह कि लचर व्यवस्था से बरमकेला के जिम्मेदार मुख्यकार्यपालन अधिकारी कितना सजग हैं ये महाशय को अपने कार्य मे इतनी भी फुरसत नहीं के कार्यालय मे क्या कमी क्या है,क्या आवश्यकता है, क्या इन पर इन्हें ध्यान नहीं देना चाहिए,।
बहरहाल अब देखना होगा नए मुख्यकार्यपालन अधिकारी अजय पटेल महिलाओ के हित के लिए कितना सजग हो पाते हैं ,क्योंकि बड़ा प्रश्न है कि आखिर कब बनेगा शौचालय?।