बड़ी खबर:धरमजयगढ़ विकासखंड के ग्राम ओंगना आया डायरिया की जद में, 40 ग्रामीण आए बीमारी की चपेट में!
गांव में कैंप लगाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चल रहा इलाज।
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रायगढ़/धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ विकास खण्ड के ऑगना गांव में उल्टी-दस्त ने पैर पसार लिया है। कई लोग इसके चपेट में आ रहे हैं, अबतक 40 से अधिक लोग इसके चपेट में आ चुके है। हर दिन 10-15 लोग उल्टी दस्त के मरीज निकल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गांव में स्वास्थ्य शिविर लगा कर मरीजों का ईलाज किया जा रहा है।
बता दें बरसात शुरू होते ही ग्रामीण क्षेत्र में उल्टी-दस्त फैलने लगते हैं समय पर ईलाज नहीं होने से यह बीमारी धीरे- धीरे पूरे के पूरे गांव को अपने चपेट में ले लेता है। ऐसा ही मामला धरमजयगढ़ के आँगना गांव में देखने को मिल रहा है। इस गांव में हर दिन कई-कई उल्टी दस्त के मरीज देखने को मिल रहे हैं। बड़ी विडंबना की बात है, कि इस गांव के स्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम का पोस्ट होने के बाद भी कोई एएनएम पदस्थ नहीं है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार गांव के उप स्वस्थ्य केन्द्र में एक एएनएम पदस्थ थी जिसका लगभग दो साल पहले स्थानांतरण हो जाने के बाद से यहां कोई दूसरा एएनएम पदस्थ नही हुआ है।
बंद कराया गया बोरवेल
गांव के सरपंच ने बताया कि मरीजों संख्या में इजाफा हुआ तो पानी की जांच कराई गई। ऐसे में पानी में कीटाणु पाया गया है। जिसके बाद गांव के कुछ बोरवेल को भी बंद करा दिया गया है। ताकि समस्या अधिक न बढ़े। पीड़ित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग लगातार ईलाज करा रहे है। दो मरीजों की हालात बिगड़ने पर उन्हें उपचार के लिए रायगढ़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है। अबतक तक 40 मरीज पुष्टी हुई है, जिसमें से 10 मरीज ठीक हो चुके है। बाकी का इलाज लगातार कराया जा रहा है।
स्वास्थ्य केंद्र में कर्मचारियों की है कमी
उप स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं होने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं स्वास्थ्य केन्द्र में एक सीएचओ पदस्थ हैं,लेकिन वह भी धरमजयगढ़ से आना जाना करती है, जिसके कारण रात में किसी को किसी प्रकार की ईलाज की जरूरत होने पर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।