बड़ी खबर:खरसिया-छाल रोड बनाने ठेकेदार ने रखी इस्टीमेट रिवाइज की शर्त: ठेकेदार ने काम छोड़ने की दी चेतावनी.ऐसा हुआ तो सड़क को लेकर जनता की बढ़ेगी परेशानी…. सरकार की होगी बदनामी..?
धरमजयगढ़ मांड प्रवाह। खरसिया से पत्थलगांव के बीच बन रही सड़क लोक निर्माण विभाग और ठेकेदार दोनों के लिए गले की हड्डी बन गई है। पूरा काम लेने के बाद ठेकेदार ने बीच के एक हिस्से छाल से खरसिया के बीच लगभग 12.60 किमी सड़क का काम करने से इनकार कर दिया। ठेकेदार ने अपनी शर्त भी रख दी है कि विभाग के अधिकारी सड़क का एस्टीमेट रिवाइज करें अन्यथा वह काम छोड़ देगा।
रायगढ़ जिले के खरसिया से लेकर जशपुर जिले के पत्थलगांव के बीच करीब 91 किमी लंबी सड़क लोक निर्माण विभाग बना रहा है। काम का टेंडर 2021 में हुआ था। ठेका श्रीजी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को मिला था। 1 अरब 47 करोड़ की लागत वाली सड़क का काम श्रीजी कंपनी ने 19 करोड़ रुपए की कमी के साघ 1 अरब 28 करोड़ में लिया था। निर्धारित समय के अनुसार इस वर्ष जून तक काम पूरा हो जाना था, लेकिन इस सड़क का काम अलग-अलग पेंच में करने से अभी आधा भी पूरा नहीं हो पाया है। अलग-अलग पैच में ठेका कंपनी की ओर से धरमजयगढ़ से पत्थलगांव के बीच लगभग 36 किमी सड़क ही बनाई जा सकी है। ठेकेदार के काम छोड़ने की चेतावनी और रिवाइज्ड एस्टीमेट बनाने का पत्र देने के बाद अभी विभागीय अधिकारियों ने कोई निर्णय लिया है।
रोड से जल की निकासी बंद होने के कारण खराब हो रही सड़क
ठेका कंपनी के अनुसार खरसिया-छाल रोड में हमेशा पानी भरा रहता है, एसईसीएल ने सड़क के दोनों ओर मेढ़ बना दिया है,
जिसके कारण जल निकासी बंद हो जाती है। बांधापाली चौक से एड़ बैरियर तक 3.800 किमी इसी रोड पर एसईसीएल की खदानों से ओवर लोड ट्रेलर निकलते हैं, जिसके कारण रोड खराब हो जाती है। धूल से बचाव के लिए एसईसीएल द्वारा पानी का छिड़काव किया जाता है, यह लोडिंग पाइंट भी सड़क से लगा है, जिसमें दिन भर पानी बहता रहता है। ठेकेदार के अनुसार तीन करोड़ की सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है, इसलिए उसने मरम्मत करने से भी इनकार कर दिया है।
खरसिया-छाल के बीच 12.60 किमी तक सबसे खराब स्थिति
११ किमी लंबी सड़क दो डिवीजनों खरसिया और धरमजयगढ़ के बीच बंटा हुआ है। इस सड़क में हाटी से धरमजयगढ़ के बीच करीब किमी में केवल डब्ल्यूएमएम ही हो सका है, इसी प्रकार हाटी से छाल के बीच करीब 25 किमी सड़क का कुछ काम कराया गया था, लेकिन वह सड़क भी उखड़ चुकी है। सबसे बड़ी समस्या खरसिया से छाल के बीच की करीब 12.60 किमी सड़क में है। ठेकेदार ने 91 किमी का ठेका लिया, लेकिन वह केवल खरसिया से लेकर छाल के बीच का ही काम नहीं करना चाहता है। इसी सड़क को लेकर ग्रामीणों ने तीन दिनों तक आंदोलन किया था।
रायगढ़-सरायपाली रोड का काम भी ठेकेदार ने छोड़ा
खरसिया-छाल सड़क जिले की दूसरी सड़क है, जिसका काम करने से ठेकेदार ने हाथ खड़ा कर दिया है। इससे पहले रायगढ़ से सरायपाली के बीच नेशनल हाइवे का काम भी एय कंपनी के ठेकेदार ने अधूरा छोड़ दिया है। इस सड़क का काम वर्ष 2013-14 में शुरू हुआ था, महानदी पर ब्रिज भी अधूरा है। एक ठेकेदार ने पहले काम छोड़ा उसके बाद जिस ठेकेदार को दिया गया उसने भी काम करने से इनकार कर दिया है, पिछले 9 साल से याह सड़क अधूरी है।
जिस ठेका कंपनी को काम मिला, उसने दे दिया पेटी में
जिस श्रीजी कंपनी ने ठेका लिया उसने दो अन्य ठेकेदारों को पेटी में काम दे दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 91 किमी के दायरे में 90 पुल पुलिया का भी काम करना था। ठेका कंपनी ने का काम विनायक सड़क का को दे दिया तो पुल पुलिया बनाने की जिम्मेदारी बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दे दिया। पेटी में काम देने पर भी काम प्रभावित हुआ है।।