एक साल में हुई आठ हाथियों की मौत 6 फंसे इलेक्ट्रिक फेंसिंग में ,जिम्मेदार, जवाबदार ,कौन कहीं ऐसा तो नहीं कुछ समय बाद हाथियों के दर्शन भी दुर्लभ ना हो जाए????


छत्तीसगढ़ टुडे 24 न्यूज़ विवेक कुमार पांडे की रिपोर्ट धर्मजयगढ़–धरमजयगढ़ वन मंडल में आए दिनों हाथियों की मौत हो रही है! वही साल भर में ही एक आंकड़ों के हिसाब से लगभग आठ हाथियों की मौत हो चुकी है !लाखों करोड़ों के फंडिंग होने के बाद भी हाथियों के संरक्षण और संवर्धन में किए जा रहे कार्य जमीनी स्तर पर नहीं दिखाई दे रहे, कहीं ऐसा तो नहीं की आने वाले समय में हाथियों के दर्शन भी दुर्लभ ना हो जाए ,आपको बता दें की धरमजयगढ़ परिक्षेत्र में जनवरी-फरवरी सितंबर, अक्टूबर को चार हाथियों की मौत इलेक्ट्रिक फेंसिंग से हुई थी वहीं छाल वन परक्षेत्र में जून ,अप्रैल ,अक्टूबर को तीन मौत हुई है वही बोरो रेंज में एक किशोर हाथी की मौत विद्युत प्रभावित तार के चपेट में आने से हुई! कुल आठ हाथियों की मौत में छह हाथियों की मौत इलेक्ट्रॉनिक फेसिंग से हुई
बेवजह मारे जा रहे इन हाथियों की मौत पर आखिर वन विभाग लगाम लगाने में क्यों हो रहा असफल साबित ??
वैसे तो हाथियों के इन मौतों पर विभाग द्वारा पांच मामले में 11 आरोपी को गिरफ्तार करवाया गया मगर सबसे बड़ी बात यह है इनमें से किसी को भी फिलहाल सजा नहीं हुई, वहीं ग्रामीण फसल सुरक्षा के नाम पर इलेक्ट्रॉनिक फेसिंग करते हैं और उसमें बेजुबान हाथियों की मौत हो रही है ,अभी तक संबंधित विभागों द्वारा ऐसी कोई भी कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं की लगातार एक के बाद एक हाथियों की हो रही मौत पर अंकुश लगाया जा सके, फिलहाल देखने लायक बात यह है कि इस तरह से हो रही हाथियों की मौत का सिलसिला धरमजयगढ़ वन मंडल में कब तक चलता रहेगा?? या इस विषय पर विभाग कोई ठोस रणनीति बनाकर आगे मैदानी स्तर पर कार्य करेगा??