आरोप:सीनियर को दरकिनार कर पिछले दरवाजे से बीआरसीसी पद पर कर दी जूनियर की नियुक्ति…..सीनियर शिक्षकों ने लगाया आरोप…. राजूगांधी शिक्षा मिशन रायगढ़ में ये क्या धांधली चल रहा है..?
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रायगढ़/धरमजयगढ़:- किसी भी पद पर चयन के लिए एक निश्चित प्रक्रिया का पालन करना होता है,उस पद के हिसाब से सीनियर और अनुभवी व्यक्ति को प्राथमिकता दी जाती है,खासकर बात जब शिक्षा विभाग की हो तो यहां संस्था को चलाने के लिए अनुभव और सीनियारटी का होना बहुत आवश्यक होता है।लेकिन इन दिनों पिछले दरवाजे से नियुक्ति का खेल चल रहा है,किसी भी जूनियर अनुभवहीन को अधिकारी पद पर पिछले दरवाजे से नियुक्ति कर दी जाती है।और उच्च अधिकारी जिम्मेदारों को कानोकान खबर तक नहीं होती है।जैसे पिछले कुछ समय पूर्व 46 आईपीएस अफसरों की नियुक्ति पिछले दरवाजे से कर दी गई थी।
बहरहाल राजू गांधी शिक्षा मिशन रायगढ़ द्वारा सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर सीनियर जूनियर की तमीज नही रखते हुए, धरमजयगढ़ बीआरसीसी में एक शिक्षाकर्मी एल बी से हाल ही में मिडिल स्कूल एच एम बने शिक्षक को बीआरसीसी जैसे महत्वपूर्ण पद पर पिछले दरवाजे से नियुक्त कर दिया गया है,जिसका विरोध सीनियर रेगुलर शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है,नाम नही छापने की शर्त पर धरमजयगढ़ विकासखंड के कुछ शिक्षकों ने मीडिया को बताया की यहां बीआरसीसी की नियुक्ति मनमाने ढंग से नियम विपरीत कर दी गई है।जबकि मोस्ट सीनियर पात्र शिक्षकों के आवेदन को दरकिनार कर दिया गया है।उनका कहना है की पैराशूट की तरह एक जूनियर को चांदी के जूते और पहुंचपुरान के दम पर बीआरसीसी बना दिया है।जिससे बीआरसीसी पद के लिए पात्र सीनियर आवेदकों को काफी कष्ट पहुंचा है,उनके आत्म सम्मान को चोट पहुंचा है।
सीनियर आवेदकों ने यह आरोप लगाया है की,राजू गांधी शिक्षा मिशन के प्रभारी डीएमसी द्वारा असंवैधानिक तरीके से एक जूनियर एल बी शिक्षक को धरमजयगढ़ बीआरसीसी पद पर नियुक्ति दे दी गई है।बहरहाल इस संबंध में एक सीनियर शिक्षक ने कलेक्टर रायगढ़ से शिकायत करने की बात कही है।कहना है मोस्ट सीनियर टीचर के रहते एक जूनियर की चुपके से किस आधार पर नियुक्ति कर दी गई।आखिर राजुगांधी शिक्षा मिशन में ये कैसी धांधली चल रही है।??